" पता है माँ, मेरी नानी कहती हैं कि कुछ लोग उपजाऊ मिट्टी के जैसे होते हैं। " पता है माँ, मेरी नानी कहती हैं कि कुछ लोग उपजाऊ मिट्टी के जैसे होते हैं।
समस्त पर्यावरण वन्यजीव व मानव समुदाय की रक्षा व देखभाल करना चाहिए। समस्त पर्यावरण वन्यजीव व मानव समुदाय की रक्षा व देखभाल करना चाहिए।
सच यही था कि एक आदमी ने राखी का मान रख लिया और एक ने सिंदूर को लजा दिया। सच यही था कि एक आदमी ने राखी का मान रख लिया और एक ने सिंदूर को लजा दिया।
ऊँचाइयों पर उड़ कर दिखाइए क्योंकि यही आपकी वास्तविकता है ! ऊँचाइयों पर उड़ कर दिखाइए क्योंकि यही आपकी वास्तविकता है !
अपना शहर भूलकर हरगिज नहीं।" अपना शहर भूलकर हरगिज नहीं।"
गाँव के उस विशाल-काय बरगद की छाँव नमन को बहुत याद आती है। गाँव के उस विशाल-काय बरगद की छाँव नमन को बहुत याद आती है।